दिल्ली से MBA करने वाले युवक ने दुबई में लिखी सफलता की नई कहानी, आज हैं इंटरनेशनल बिजनेस गुरु डॉ. मानव आहूजा

MBA: आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे इंसान की जिसने जिंदगी की मुश्किलों को अपनी ताकत बना लिया और सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ. यह कहानी है डॉ. मानव आहूजा की जो दिल्ली की गलियों से निकलकर दुबई की चमकती दुनिया में पहुंचे और वहां अपने दम पर एक नई पहचान बनाई.

दिल्ली से शुरू हुआ सपनों का सफर

डॉ. मानव आहूजा की प्रारंभिक पढ़ाई दिल्ली के डॉ. राधाकृष्णन इंटरनेशनल स्कूल और खालसा स्कूल से हुई. बचपन से ही वे मेहनती और जिज्ञासु स्वभाव के थे. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम की डिग्री हासिल की और इसके बाद उनका रुझान बिजनेस मैनेजमेंट की ओर बढ़ा. इस जुनून ने उन्हें नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट मुंबई तक पहुंचाया जहां उन्होंने मार्केटिंग और फाइनेंस में एमबीए किया.

नौकरी की तलाश में पहुंच गए दुबई

MBA (एमबीए) करने के बाद मानव ने अपने करियर की शुरुआत के लिए कई जगह कोशिश की लेकिन सफलता आसानी से नहीं मिली. अच्छी नौकरी की तलाश उन्हें दुबई तक ले गई जहां उन्हें स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में सेल्स एग्जीक्यूटिव की नौकरी मिली. दुबई उनके लिए बिल्कुल नई जगह थी और वहां की 48-52 डिग्री तापमान में मार्केटिंग करना आसान नहीं था. फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी.

संघर्ष से सीखा असली बिजनेस का मतलब

मानव आहूजा बताते हैं कि दुबई में काम करते हुए उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कभी इतनी गर्मी में ग्राहकों से मिलने जाना पड़ता था तो कभी पैसों की कमी से दवाइयां तक नहीं खरीद पाते थे. एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें इंफेक्शन हो गया और उनके पास इलाज के पैसे नहीं थे. उस वक्त उनके रूममेट ने मदद की और उन्होंने यह तय किया कि अब वह सिर्फ नौकरी नहीं बल्कि कुछ बड़ा करेंगे.

नौकरी छोड़कर चुना अपना रास्ता

मानव ने अपने अनुभव और सीख के आधार पर फैसला किया कि अब वे दूसरों को बिजनेस सिखाएंगे. उन्होंने टीपीईजी इंटरनेशनल एलएलसी नाम की कंपनी की स्थापना की जो युवाओं को बिजनेस और उद्यमिता की ट्रेनिंग देती है. आज उनकी कंपनी दुनिया के कई देशों में काम कर रही है और हजारों युवाओं को सफल बना चुकी है.

इंटरनेशनल बिजनेस गुरु बने डॉ. मानव आहूजा

आज डॉ. मानव आहूजा को इंटरनेशनल बिजनेस गुरु के नाम से जाना जाता है. उनकी कहानी सिर्फ प्रेरणा नहीं बल्कि एक सबक भी देती है कि अगर आपके अंदर कुछ करने की लगन हो तो हालात चाहे जैसे भी हों रास्ता खुद बन जाता है.

डॉ. मानव आहूजा की कहानी उन सभी युवाओं के लिए मिसाल है जो जिंदगी में सिर्फ नौकरी नहीं बल्कि कुछ बड़ा करना चाहते हैं. उन्होंने साबित किया कि सफलता किसी डिग्री या जगह की मोहताज नहीं होती बल्कि मेहनत और विश्वास से हासिल की जाती है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध विवरणों पर आधारित है. इसका उद्देश्य केवल प्रेरणादायक जानकारी साझा करना है.

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