Indore MPPSC Toppers 2023: किसानों के बेटे से लेकर DSP तक, इंदौर ने फिर रचा इतिहास MPPSC 2023 में

Indore MPPSC Toppers 2023: मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) राज्य सेवा परीक्षा 2023 के परिणामों में इंदौर ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। टॉप चारों उम्मीदवारों का सीधा या परोक्ष संबंध इंदौर से है — किसी ने यहां से पढ़ाई की तो किसी ने यहीं रहकर तैयारी की। यह लेख आपको बताएगा कि किस तरह इंदौर प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की राजधानी बन चुका है और कैसे यहां के छात्रों ने एक बार फिर सफलता का परचम लहराया।

इंदौर बना सफलता की धरती, टॉप चारों का जुड़ाव शहर से

राज्य सेवा परीक्षा के चारों शीर्ष रैंक धारक उम्मीदवारों ने या तो इंदौर में अपनी शिक्षा पूरी की या यहीं रहकर PSC की तैयारी की। यह दर्शाता है कि इंदौर अब केवल शिक्षा का केंद्र नहीं बल्कि सफलता का गढ़ बन चुका है। यहां के कोचिंग संस्थानों और अध्ययन माहौल ने छात्रों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।

पन्ना के अजीत मिश्रा बने राज्य टॉपर 

पन्ना जिले के रहने वाले अजीत कुमार मिश्रा ने इस वर्ष MPPSC 2023 में टॉप रैंक हासिल की है। वे वर्तमान में मैहर में नायब तहसीलदार के रूप में कार्यरत हैं। अजीत ने अपनी ग्रेजुएशन इंदौर के होल्कर कॉलेज से की थी। उनके पिता किसान हैं और माता गृहिणी। इससे पहले वे 2024 में असिस्टेंट डायरेक्टर (फाइनेंस) और 2022 में नायब तहसीलदार के रूप में चयनित हो चुके हैं। अजीत की सफलता यह दर्शाती है कि गांव की पृष्ठभूमि से आने वाला युवा भी बड़े सपनों को साकार कर सकता है।

दूसरे स्थान पर रहे भुवनेश चौहान 

रायसेन के भुवनेश चौहान, जिन्होंने 941.75 अंक हासिल किए, ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। वे वर्तमान में रीवा में DSP के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने भोपाल के बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय से पढ़ाई की और PSC की तैयारी इंदौर में की। उनके पिता किसान हैं और मां गृहिणी। भुवनेश पहले 2021 की परीक्षा में DSP पद पर चयनित हुए थे। इस बार उनकी मेहनत ने उन्हें डिप्टी कलेक्टर के पद तक पहुंचा दिया।

तीसरे स्थान पर रहे यशपाल स्वर्णकर 

तीसरे स्थान पर यशपाल स्वर्णकर रहे, जिन्होंने 909.25 अंक प्राप्त किए। वे पहले से ही वाणिज्यिक कर अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। यशपाल ने भी इंदौर में रहकर PSC की तैयारी की थी और उनका यह लगातार दूसरा बड़ा चयन है।

अभिषेक जैन 

चौथे स्थान पर रहे अभिषेक जैन का ताल्लुक दमोह जिले के तेंदूखेड़ा से है। उन्होंने इंदौर के होल्कर साइंस कॉलेज से बीएससी और GACC कॉलेज से एमए (इतिहास) की डिग्री ली। अभिषेक ने इंदौर में रहकर स्व-अध्ययन से PSC की तैयारी की। वे पहले 2024 में DSP, 2022 में जिला CEO, और 2021 में ऑडिट ऑफिसर के रूप में चयनित हो चुके हैं। इस बार वे डिप्टी कलेक्टर बनकर अपनी मेहनत का नया मुकाम हासिल कर चुके हैं।

इंदौर क्यों है सफलता का केंद्र?

इंदौर की सफलता की कहानी केवल संयोग नहीं है। यह शहर अपने मजबूत शैक्षणिक माहौल, अनुभवी कोचिंग संस्थानों और प्रेरणादायक माहौल के कारण युवाओं की पहली पसंद बन चुका है। देश के कोने-कोने से छात्र यहां आते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि इंदौर से सफलता की राह निकलती है।

निष्कर्ष

MPPSC 2023 का परिणाम यह साबित करता है कि इंदौर अब मध्यप्रदेश का “सक्सेस हब” बन चुका है। किसानों के बेटे, छोटे कस्बों से आए छात्र, और मेहनती युवाओं ने इस शहर में अपनी पहचान बनाई है। इन टॉपर्स की कहानी हर उस छात्र के लिए प्रेरणा है जो सपनों को साकार करने की हिम्मत रखता है।

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