IAS Anju Sharma Success Story: यह लेख IAS अधिकारी अंजू शर्मा की प्रेरणादायक यात्रा को बताता है, जिसमें उनकी असफलताओं, संघर्षों और UPSC में ऐतिहासिक सफलता की कहानी शामिल है। यहाँ आप जानेंगे कि कैसे 10वीं और 12वीं में फेल होने के बाद भी अंजू ने हार नहीं मानी, अपनी पढ़ाई में सुधार किया, रणनीति बदली और आखिरकार पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास कर IAS बनीं।
IAS Anju Sharma Success Story: असफलता से शुरुआत
राजस्थान के भरतपुर की रहने वाली अंजू शर्मा ने अपनी पढ़ाई के शुरुआती दिनों में कई मुश्किलों का सामना किया। 10वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा और 12वीं की अर्थशास्त्र परीक्षा में असफल होने के बाद वे निराश थीं, लेकिन यह उनके जीवन का अंत नहीं बल्कि नया मोड़ साबित हुआ। उन्होंने अपनी गलतियों को स्वीकार किया और आगे बढ़ने का फैसला किया, जो उन्हें सफलता की ओर ले गया।

असफलता से सीखी रणनीति, कॉलेज में मिली नई पहचान
फेलियर के बाद अंजू ने अपनी सोच बदली, पढ़ाई को गंभीरता से लिया और लक्ष्य पर फोकस किया। जयपुर से BSc और MBA गोल्ड मेडल के साथ पूरा करके उन्होंने साबित किया कि मेहनत और सही दिशा से कुछ भी असंभव नहीं। इस दौरान ही उन्होंने यूपीएससी के सपने को अपना लक्ष्य बना लिया।
बुद्धिमानी और प्लानिंग से UPSC की तैयारी
कॉलेज के साथ UPSC की तैयारी आसान नहीं थी, लेकिन अंजू ने अपनी पढ़ाई को स्मार्ट प्लानिंग से आगे बढ़ाया। उन्होंने आखिरी समय की पढ़ाई से बचते हुए निरंतरता को आदत बनाया। इसका नतीजा यह हुआ कि पहले ही प्रयास में उन्होंने UPSC परीक्षा पास कर सबको चौंका दिया।
22 साल में बनी IAS, और आज बना चुकी हैं इतिहास
सिर्फ 22 साल की उम्र में UPSC पास करने के बाद अंजू शर्मा ने गुजरात कैडर में जॉइन किया और अपने करियर की शुरुआत 1991 में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में की। आज वे गुजरात कैडर की अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं और लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
उनकी कहानी यह सिखाती है कि असफलता कभी अंत नहीं होती, बल्कि वह सफलता की शुरुआत बन सकती है, अगर इंसान हिम्मत न हारे।








