IAS Mayank Tripathi Success Story: यह लेख मयंक त्रिपाठी की प्रेरणादायक सफलता की कहानी को विस्तार से प्रस्तुत करता है। इसमें बताया गया है कि कैसे उन्होंने दिन में नौकरी करते हुए और रात में UPSC की तैयारी जारी रखते हुए दो बार UPSC परीक्षा पास की और अंततः IAS बनने का अपना सपना पूरा किया। इस लेख में उनकी शिक्षा, संघर्ष, तैयारी की रणनीति और सफलता की यात्रा को भावनात्मक और मानवीय अंदाज़ में शामिल किया गया है।
IAS बनने का सपना और चुनौतियों से भरी शुरुआत
UPSC देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। लाखों उम्मीदवार हर साल इसका प्रयास करते हैं, लेकिन बहुत कम लोग सफलता तक पहुंच पाते हैं। मयंक त्रिपाठी उन चंद लोगों में शामिल हैं जिन्होंने हार नहीं मानी। उनका सपना IAS बनने का था, और इस सपने के लिए उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी की दिशा बदल दी। उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्में मयंक ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली के हिंदू कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। लेकिन दिल में बस एक ही इच्छा थी—सिविल सेवा में जाना।

नौकरी के साथ रात में UPSC की तैयारी
आर्थिक हालात और जिम्मेदारियों के चलते मयंक के लिए पढ़ाई छोड़कर सिर्फ UPSC की तैयारी करना संभव नहीं था। इसलिए उन्होंने दिन में नौकरी की और रात को किताबों में खोकर अपनी मंज़िल की तरफ कदम बढ़ाया। साल 2022 में उन्होंने यूपीपीएससी परीक्षा पास की, लेकिन उनका लक्ष्य IAS था। इसलिए वह नहीं रुके।
दो बार UPSC क्रैक करने वाला जज़्बा
2023 में मयंक ने पहली बार UPSC परीक्षा पास की और IRS पद हासिल किया। लेकिन IAS बनने की आग उनके अंदर अभी भी जल रही थी। इसलिए उन्होंने फिर एक साल तैयारी की और 2024 में UPSC परीक्षा में AIR 10 हासिल कर इतिहास रच दिया। उनका सफर यह साबित करता है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी कठिन हों, अगर इरादा मजबूत हो तो सफलता रास्ते में खड़ी नहीं रह सकती।
प्रेरणा उन सभी के लिए जो हार मानने वाले हैं
मयंक त्रिपाठी का ये सफलता सफर हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो नौकरी, सीमित समय या कठिनाइयों के कारण अपने सपनों को अधूरा छोड़ देते हैं। उनका संदेश साफ है—मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती और सपने सच होते हैं, बशर्ते आप उन्हें पूरा करने की हिम्मत रखते हों।








