IIT Delhi – लंदन स्थित क्यूएस (QS) द्वारा जारी QS University Rankings Asia 2025 में भारत के लिए गर्व का क्षण आया है। इस साल पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IITs), भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बेंगलुरु और दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) को एशिया के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में जगह मिली है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कौन-कौन से संस्थान इस सूची में शामिल हुए हैं, उनकी रैंक क्या है, और इस रैंकिंग में भारत का प्रदर्शन कैसा रहा है।
IIT Delhi बना लगातार पांचवीं बार सर्वश्रेष्ठ भारतीय संस्थान
इस साल की QS एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में IIT दिल्ली ने एक बार फिर अपना दबदबा कायम रखा है। 2025 की रैंकिंग में IIT दिल्ली को 59वां स्थान मिला है और यह लगातार पांचवें वर्ष भारत का सर्वश्रेष्ठ संस्थान घोषित हुआ है। यह उपलब्धि भारतीय तकनीकी शिक्षा के उच्च स्तर को दर्शाती है और देश के विद्यार्थियों व शिक्षकों दोनों के लिए प्रेरणादायक है।
भारत के सात संस्थान टॉप 100 में – शिक्षा में नई ऊंचाइयां IIT दिल्ली, IIT मद्रास, IIT बॉम्बे, IIT कानपुर, IIT खड़गपुर, IISc बेंगलुरु और दिल्ली विश्वविद्यालय – ये सात संस्थान QS की एशियाई सूची में शीर्ष 100 में शामिल हैं। QS की रिपोर्ट के अनुसार, कुल 20 भारतीय संस्थान शीर्ष 200 में और 66 संस्थान शीर्ष 500 में जगह पाने में सफल हुए हैं। यह दर्शाता है कि भारत की उच्च शिक्षा लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत कर रही है।
QS की रिपोर्ट में भारत का प्रदर्शन – कई संस्थानों ने सुधारी रैंकिंग
QS की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल 36 भारतीय संस्थानों की रैंकिंग में सुधार हुआ है, जबकि 16 की स्थिति स्थिर रही और 105 संस्थानों की रैंकिंग में गिरावट दर्ज की गई। QS ने यह भी कहा कि इस बार रैंकिंग के दायरे में वृद्धि हुई है, जिससे परिणामों में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
इसके बावजूद, भारत ने एशिया में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए PhD धारक शिक्षकों (Staff with PhD) के मामले में शीर्ष स्थान हासिल किया है। इसका अर्थ है कि भारतीय विश्वविद्यालय अब अनुसंधान और अकादमिक उत्कृष्टता दोनों में अग्रणी बनते जा रहे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में भारत की बढ़ती वैश्विक पहचान
इन उपलब्धियों से यह स्पष्ट होता है कि भारत की उच्च शिक्षा अब वैश्विक मानचित्र पर लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रही है। IITs और IISc जैसे संस्थान विश्वस्तरीय अनुसंधान, नवाचार और गुणवत्ता शिक्षा के प्रतीक बन चुके हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय का टॉप 100 में आना देश की पारंपरिक शिक्षा संस्थाओं की क्षमता को भी दर्शाता है।
निष्कर्ष: भारत की शिक्षा प्रणाली का स्वर्ण युग
QS University Rankings 2025 में भारतीय संस्थानों का प्रदर्शन यह साबित करता है कि देश की शिक्षा प्रणाली अब वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती से खड़ी है। पांच IITs, IISc और दिल्ली विश्वविद्यालय का एशिया के टॉप 100 में शामिल होना देश के लिए गर्व का क्षण है। यह न केवल विद्यार्थियों की मेहनत का परिणाम है, बल्कि भारतीय शिक्षा की गुणवत्ता और नवाचार क्षमता का प्रमाण भी है। आने वाले वर्षों में भारत की यह चमक और अधिक बढ़ने की पूरी संभावना है।