Hostel Warden Bharti 2025: मध्य प्रदेश में जनजातीय समुदाय के छात्रों की शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। जबलपुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने घोषणा की कि अगले वर्ष प्रदेश में पांच हजार नए हॉस्टल वार्डन की भर्ती की जाएगी। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि आदिवासी छात्रावासों में बेहतर प्रबंधन सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित की जा सके और छात्र बिना किसी चिंता के अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
जनजातीय छात्रों के लिए बड़ा समर्थन नए हॉस्टल वार्डन से मजबूत होगी व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने बताया कि जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित सभी कन्या छात्रावासों और आश्रम शालाओं का नामकरण रानी दुर्गावती के नाम पर किया जाएगा। वहीं बालक छात्रावासों और आश्रम शालाओं को राजा शंकरशाह के नाम से जाना जाएगा। यह कदम जनजातीय संस्कृति और महान नायकों के सम्मान को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है। इसके साथ ही घोषित किया गया कि आने वाले वर्ष में पांच हजार हॉस्टल वार्डन की नियुक्ति की जाएगी ताकि छात्रों को सुरक्षित वातावरण और आवश्यक सुविधाएं मिल सकें।
महिला वर्ल्ड कप विजेता क्रांति गौड़ का सम्मान प्रदेश का गौरव बढ़ा
कार्यक्रम के दौरान महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ी क्रांति गौड़ को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने उन्हें एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा और कहा कि क्रांति का प्रदर्शन पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा है। छतरपुर की रहने वाली क्रांति ने टूर्नामेंट में नौ विकेट लेकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया था और राष्ट्र का गौरव बढ़ाया था।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन जनजातीय बेटियों की उपलब्धियों पर जताया गर्व
जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन जुड़े और उन्होंने कहा कि महिला वर्ल्ड कप में जनजातीय बेटी क्रांति गौड़ का प्रदर्शन पूरे देश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार लगातार जनजातीय समुदाय की शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए कार्यरत है और आने वाले समय में इससे जुड़े और भी बड़े कदम उठाए जाएंगे।
धार में Eklavya Adarsh Awasiya School का शिलान्यास शिक्षा के नए युग की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने धार जिले के मनावर में प्रदेश के पहले एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि देशभर में चार सौ पचासी एकलव्य विद्यालय संचालित हो रहे हैं जिनमें एक लाख अड़तीस हजार से अधिक छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन स्कूलों को उन्होंने सपनों की प्रयोगशाला कहा जहां से बच्चे बड़ी उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं और आने वाले समय में देश का नाम रोशन करेंगे।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न सरकारी घोषणाओं और उपलब्ध स्रोतों के आधार पर तैयार की गई है। किसी भी भर्ती या योजना से जुड़े निर्णय लेने से पहले कृपया आधिकारिक नोटिफिकेशन की जांच अवश्य करें