Education News: अगर आप भी ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने का सपना देख रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत खास है ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है जिसके तहत 2026 में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की सीमा बढ़ा दी गई है अब देश में 2 लाख 95 हजार विदेशी छात्र पढ़ाई के लिए दाखिला ले सकेंगे यह कदम ऑस्ट्रेलिया की शिक्षा नीति में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है
ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई का बढ़ेगा मौका
सरकार ने घोषणा की है कि 2026 के लिए इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की योजना 2 लाख 70 हजार से बढ़ाकर 2 लाख 95 हजार कर दी गई है यह आंकड़ा कोविड के बाद के समय से करीब 8 प्रतिशत कम है लेकिन सरकार इसे “संतुलित वृद्धि” के रूप में देख रही है जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और स्टूडेंट्स का अनुभव दोनों सुरक्षित रहेंगे

यूनिवर्सिटी और संस्थानों के लिए तय हुआ नया ढांचा
2026 के लिए यह कैप अलग-अलग संस्थानों में बांटा गया है पब्लिक यूनिवर्सिटीज को 1 लाख 45 हजार सीटें मिलेंगी वहीं वोकशनल एजुकेशन और ट्रेनिंग यानी VET संस्थानों को 95 हजार सीटें दी गई हैं प्राइवेट यूनिवर्सिटीज के लिए 30 हजार सीटों का कोटा तय किया गया है यह सिस्टम कोटा आधारित होगा यानी हर संस्था अपने आवंटन के हिसाब से छात्रों को दाखिला दे सकेगी
किन छात्रों को मिलेगी छूट
सरकार ने उन छात्रों के लिए विशेष छूट का प्रावधान भी किया है जो पहले से ऑस्ट्रेलिया की शिक्षा प्रणाली में हैं जैसे जो इंटरनेशनल स्टूडेंट्स ऑस्ट्रेलियाई स्कूलों से सीधे यूनिवर्सिटी में दाखिला लेते हैं या फिर TAFE संस्थान से डिग्री प्रोग्राम में जा रहे हैं उन्हें इस राष्ट्रीय सीमा में शामिल नहीं किया जाएगा इससे उनका एडमिशन बिना किसी देरी के जारी रह सकेगा
वीजा में मिलेगी कुछ देशों को प्राथमिकता
सरकार ने साफ किया है कि वीजा प्रक्रिया में कुछ क्षेत्रों के छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी इनमें प्रशांत द्वीप समूह टिमोर-लेस्ते और सरकारी छात्रवृत्ति पाने वाले विद्यार्थी शामिल होंगे इसका उद्देश्य दक्षिण पूर्व एशिया और पड़ोसी देशों के साथ मजबूत शैक्षणिक संबंध बनाना है इससे शिक्षा को एक “सॉफ्ट पावर” के रूप में इस्तेमाल करने की नीति को बल मिलेगा
संस्थानों के लिए नई शर्तें
जो संस्थान अपने तय कोटे से ज्यादा छात्रों को दाखिला देना चाहते हैं उन्हें दो प्रमुख शर्तें पूरी करनी होंगी पहला यह कि उनका दक्षिण पूर्व एशिया के देशों से शैक्षणिक या रिसर्च सहयोग हो दूसरा यह कि वे पर्याप्त छात्र आवास की सुविधा दे सकें ताकि ऑस्ट्रेलिया के हाउसिंग मार्केट पर दबाव न बढ़े सरकार इसके लिए एक नया निकाय “ऑस्ट्रेलियन टर्शियरी एजुकेशन कमीशन” शुरू करने जा रही है जो इस नीति की निगरानी करेगा
VET सेक्टर के लिए नई सख्ती
वोकेशनल एजुकेशन सेक्टर यानी VET को 95 हजार सीटें मिली हैं लेकिन 2027 से इसके लिए नए नियम लागू होंगे सरकार इस सेक्टर में वीजा की पारदर्शिता और एडमिशन क्वालिटी पर ध्यान देगी ताकि छात्र वास्तविक शिक्षा और करियर निर्माण के लिए ही दाखिला लें
सरकार का उद्देश्य और बड़ा संदेश
ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री ने कहा है कि इंटरनेशनल एजुकेशन केवल एक एक्सपोर्ट इंडस्ट्री नहीं है बल्कि यह क्षेत्रीय साझेदारी आर्थिक विविधीकरण और आपसी विश्वास निर्माण का एक मजबूत जरिया है यह फैसला संस्थानों को स्थिरता देता है साथ ही छात्रों को भरोसेमंद अवसर उपलब्ध कराता है
भारतीय छात्रों के लिए इसका क्या मतलब है
जो भारतीय छात्र 2026 में ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई की योजना बना रहे हैं उनके लिए यह नीति नई उम्मीद लेकर आई है अब अधिक सीटें उपलब्ध होंगी खासतौर पर पब्लिक यूनिवर्सिटीज और VET संस्थानों में अगर कोई छात्र ऑस्ट्रेलिया के स्कूल या TAFE प्रोग्राम से ट्रांजिशन कर रहा है तो उसे बिना सीमा की बाधा के दाखिला मिल सकेगा जिन संस्थानों के पास दक्षिण पूर्व एशिया से मजबूत साझेदारी और ऑन-कैंपस हॉस्टल की सुविधा है वहां एडमिशन की संभावना और भी ज्यादा होगी
Disclaimer: यह लेख केवल शैक्षणिक जानकारी और सामान्य मार्गदर्शन के उद्देश्य से लिखा गया है इसमें दी गई जानकारी सरकारी स्रोतों पर आधारित है और समय-समय पर इसमें परिवर्तन संभव है कृपया आवेदन या एडमिशन से पहले आधिकारिक वेबसाइट पर नवीनतम जानकारी अवश्य जांचें
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