Mukund Agiwal CA Final AIR 1: CA Final सितंबर 2025 सेशन में मध्य प्रदेश के धामनोद के मुकुंद अग्रवाल ने ऑल इंडिया रैंक 1 (AIR 1) हासिल की है। यह लेख मुकुंद की सफलता, उनकी मेहनत और उस प्रेरणादायक सफर को समर्पित है, जिसने यह साबित किया कि बड़े सपने देखने के लिए शहर बड़ा नहीं, हौसले बड़े होने चाहिए।
ICAI ने जारी किए CA Final सितंबर 2025 के नतीजे
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने 3 नवंबर 2025 को चार्टर्ड अकाउंटेंट्स फाइनल परीक्षा के नतीजे घोषित किए। इस बार के परिणामों में मुकुंद अग्रवाल ने देशभर में टॉप कर एक नया कीर्तिमान रचा। उन्होंने अपनी निरंतर मेहनत और दृढ़ निश्चय के दम पर इस कठिन परीक्षा में सर्वोच्च स्थान हासिल किया।

छोटे शहर धामनोद से निकला बड़ा टैलेंट
मुकुंद अग्रवाल मध्य प्रदेश के एक छोटे से कस्बे धामनोद के रहने वाले हैं। उनकी सफलता उन हजारों छात्रों के लिए उम्मीद की किरण है जो छोटे शहरों से पढ़ाई करते हुए बड़े सपनों की राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं।
उनका यह कारनामा इस बात का प्रतीक है कि संसाधनों की कमी कभी बाधा नहीं बनती, अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो।
CA Final के नतीजों में मुकुंद का परचम
CA Final सितंबर 2025 परीक्षा में 81,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जो देशभर के 458 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी।
इस परीक्षा में Group I का पास प्रतिशत 24.66%, Group II का 25.26%, और दोनों ग्रुप एक साथ पास करने वालों का 16.23% रहा।
ऐसे कठिन मुकाबले में मुकुंद अग्रवाल का टॉप करना उनके उत्कृष्ट अध्ययन अनुशासन और एकाग्रता का प्रमाण है।
मुकुंद अग्रवाल की सफलता ने बढ़ाया मध्य प्रदेश का मान
मुकुंद की यह सफलता न केवल उनके परिवार और शहर के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने यह साबित किया कि समर्पण, अनुशासन और निरंतर मेहनत से कोई भी छात्र राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकता है।
उनकी यह उपलब्धि हजारों युवा छात्रों के लिए यह संदेश देती है कि अगर आत्मविश्वास और निरंतरता हो तो कोई भी सपना असंभव नहीं।
भविष्य के युवाओं के लिए प्रेरणा
मुकुंद अग्रवाल की कहानी केवल एक रैंक की नहीं, बल्कि उस संघर्ष और विश्वास की है जो हर युवा के भीतर छिपा होता है।
उनकी उपलब्धि आने वाले समय में उन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्तंभ बनेगी जो कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
मुकुंद ने दिखाया कि बड़े लक्ष्य पाने के लिए बस एक चीज़ की जरूरत होती है — अटूट विश्वास और लगातार मेहनत।